निर्जला एकादशी: प्यासे को पानी पिलाने की धर्म, खूब बह रही है दान-पुण्य की सरिता
बीकानेर अबतक. 18 जून
बीकानेर। निर्जल यानी बिना जल के साल में एक बार आने वाली निर्जला एकादशी के मौके पर खूब दान-पुण्य की सरिता बहीं तथा लोगों को जगह-जगह टैंट लगाकर सेवादारों ने अपनी सेवाएं देकर पुण्य कमाया। यूं तो निर्जला एकादशी कल भी रहीं, किंतु कल बकरीद होने के कारण आज यानी मंगलवार को दान-पुण्य किया। कल व आज बीकानेर के नगर सेठ लक्ष्मीनाथजी मंदिर में मेला भरा। बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने लक्ष्मीनाथजी मंदिर में पहुंचकर धोक लगाई। उधर लोगों ने परम्परागत रूप से भरी गर्मी में आने वाली इस निर्जला एकादशी के मौके पर मंदिरों, बहन-बेटियों तथा जरूरतमंदों व आमजन को खूब दान-पुण्य किया। मंदिरों व बहन-बेटियों को आम, सेव, ओले, मटकी, पंखी आदि भेंट की गई। इसी तरह से बीकानेर के हर मोहल्ले व गली में सेवादारों ने परम्परागत रूप से टैंट व टेबल लगाकर इस भरी गर्मी में लोगों को शीतल जल, शर्बत, शिकंजी, आमरस, लस्सी, ठंडाई आदि की सेवाएं देकर पुण्य कमाया। बीकानेर समेत गांवों इस प्रकार की सेवा का दौर जारी है।

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