बीकानेर। बीकानेर की जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने भारत सरकार के कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा लोक शिकायत विभाग एवं छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा रायपुर में सुशासन विषय पर आयोजित दो दिवसीय क्षेत्रीय कॉन्फ्रेंस में ‘सैचुरेशन अप्रोच इन हॉलिस्टिक डेवलपमेंट ऑफ़ डिस्ट्रिक्ट’ विषय पर प्रस्तुतिकरण दिया।
दो दिवसीय कान्फ्रेंस के समापन सत्र में केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय मौजूद रहे। कांफ्रेंस के दौरान कुल छह सत्र आयोजित हुए। जिला कलेक्टर श्रीमती वृष्णि ने दो दिवसीय कांफ्रेंस के पांचवें तथा शनिवार के दूसरे सत्र में अपना प्रस्तुतीकरण दिया। श्रीमती वृष्णि ने पारदर्शी तथा भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासनिक व्यवस्था, परिवाद निस्तारण व फीडबैक, मानव संसाधन क्षमता संवर्धन तथा अंतर विभागीय बैठकों, जनसुनवाई आदि के माध्यम से सुशासन के अप्रोच और परिणाम के बारे में बताया। साथ ही जिले में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मिशन इंद्रधनुष, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, पीएम मुद्रा योजना, पीएम पोषण योजना तथा किसान क्रेडिट कार्ड जैसी योजनाओं के जिले के लक्ष्यों, उपलब्धि और इनसे आए बदलाव के बारे में जानकारी दी। जिला कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा के तहत जॉब कार्ड धारक दिव्यांगजनों के लिए ‘अपना खेत अपना काम’ के माध्यम से सशक्तीकरण के प्रयासों, मनरेगा और अन्य माध्यमों से स्कूलों में शेड, चार दीवारी और प्लेग्राउंड आदि निर्माण, आंगनबाड़ी केंद्रों में मिशन निर्माण के तहत स्मार्ट टेलीविजन उपलब्ध करवाते हुए इन्हें डिजिटल एजुकेशन से जोड़ने तथा आंगनबाड़ी केंद्रों में गोद भराई की रस्म के दौरान गर्भवती महिलाओं को पोषण के प्रति जागरूक करने के लिए किए कार्यों के बारे में बताया। जिले में मनरेगा के माध्यम से दिव्यांग कल्याण के प्रयासों की भरपूर सराहना की गई। कांफ्रेंस के विभिन्न सत्रों में देश के विभिन्न क्षेत्रों के अधिकारियों ने अलग-अलग विषयों पर प्रस्तुतिकरण दिया।