Memorial meeting organized in Jaipur in memory of senior journalist Ashok Mathur

बीकानेर। वरिष्ठ पत्रकार अशोक माथुर की स्मृति में 14 नवम्बर को दुर्गापुरा (जयपुर) में स्मृति सभा का आयोजन किया गया। आयोजन स्थल पर उनकी जीवन यात्रा को चित्र प्रदर्शनी के जरिए साझा किया गया। सभा में जयपुर शहर व राजस्थान के प्रबुद्धजनों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन शलभ नेपालिया ने किया गया। अदिति ने अशोक माथुर के जीवन की प्रमुख घटनाओं पर प्रकाश डालते हुए उनके जीवन परिचय का वाचन किया। समग्र सेवा संघ के सवाई सिंह ने कहा कि माथुर स्वच्छ पत्रकारिता के लिए सदैव याद किए जाएंगे। जलधारा अभियान से जुड़े उपेन्द्र सक्सेना ने जयपुर में सामाजिक सरोकारों के विभिन्न कार्यों में माथुर की भागीदारी पर प्रकाश डाला। पीयूसीएल की राष्ट्रीय अध्यक्ष कविता श्रीवास्तव ने स्व. अशोक माथुर के साथ नहर यात्रा व पाक विस्थापितों के संरक्षण जैसे सामाजिक कार्यों की चर्चा की। रंगकर्मी साबिर खान ने उनके बोलने की शैली को अनुकरणीय बताया। बोध शिक्षण संस्थान के योगेन्द्र उपाध्याय ने छात्र संगठन से जुड़े संस्मरण सुनाए। विविधा फीचर्स की सम्पादक ममता जेटली ने महिला उत्थान व मानवाधिकारों के लिए किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। प्रेस क्लब अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह राठौड़, सुनीता चतुर्वेदी, आशा पटेल, मयूर गांधी, अनिल यादव, गिरिराज गुर्जर आदि ने माथुर की निर्भीकता और सरलता के किस्सों को साझा किया। डी एस पालीवाल ने माथुर द्वारा पंजाब में किए गए जन चेतना के कार्यों के बारे में बताया। इस दौरान सुमित्रा चोपड़ा, धर्मेंद्र राठौड़, पूर्व मंत्री रघु शर्मा, नरेंद्र कुमार आदि ने कार्यक्रम में शिरकत की। राजस्थान हाई-कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश विनोद शंकर दवे ने पत्र के जरिए स्व. माथुर को श्रद्धांजलि अर्पित की। स्मृति सभा में परिवारजनों के साथ विभिन्न गैर-सरकारी संस्थानों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। लोकमत की सम्पादक व माथुर की पुत्री अंकिता ने आभार जताया।