

इस पर भी ध्यान दें: सडक़ पर पानी छिडक़ने से गर्मी खत्म नहीं, बल्कि और भडक़ेगी, अधिकारियों की छुट्टियां बैन
बीकानेर अबतक. 24 मई
बीकानेर। बीकाणा में पड़ रही तेज गर्मी तथा कल से शुरू होने वाले नौतपा को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रहा है, किंतु गर्मी से बचाव को लेकर तपती सडक़ों पर पानी का छिडक़ाव करने से गर्मी खत्म नहीं होगी, बल्कि और भडक़ेंगी। प्रशासन को इस ओर ध्यान दिए जाने की जरूरत है। वहीं बीकानेर में पड़ रही तेज गर्मी के चलते खुद को भी अपनी सारसंभाल करने की जरूरत है।
ऐसे में बीकानेर अबतक परिवार की ओर से गर्मी से बचाव को लेकर जहां तक संभव हो इस गर्मी से बाहर निकलने से बचे। घर में पंखें, कूलर व एसी के नीचे रहे तथा अधिकाधिक पानी पीएं। इसी के साथ छाछ, पोदिना, नींबू पानी पर भी जोर दिया जाएं ताकि गर्मी से बचाव हो सके। अपने बाहर के काम को जहां तक हो सवेरे या फिर शाम को करने की चेष्टा करें।
दूसरी ओर संभागीय आयुक्त वंदना सिंघवी ने हीट वेव प्रबंधन के मद्देनजर शुक्रवार को बैठक ली और हीट वेव अलर्ट को देखते हुए सभी विभागीय अधिकारियों की अतिरिक्त गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हीट वेव प्रबंधन से जुड़ें विभागीय अधिकारियों को आगामी आदेशों तक अवकाश स्वीकृत नहीं किया जाएगा। संभागीय आयुक्त ने पीबीएम अस्पताल में पेयजल, दवाइयां, ओआरएस, एसी-कूलर, आईवी फ्लूड की उपलब्धता की रिपोर्ट अविलम्ब उपलब्ध करवाने को कहा। अस्पताल में लू से पीडि़त रोगियों के उपचार के लिए निर्धारित वार्ड, कक्ष, चिकित्सकों और नर्सिंग कार्मिकों संबंधित सूचना विभिन्न स्थानों पर चस्पा करवाने तथा रोटेशन के आधार पर राउंड द क्लॉक चिकित्सकों और नर्सिंग कार्मिकों की ड्यूटी लगाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि पीबीएम अस्पताल परिसर में पानी की आवश्यकता, उपलब्धता, भंडारण की स्थिति और कमी होने की स्थिति में इससे संबंधित जानकारी उपलब्ध करवाई जाए। पीएचइडी के अधीक्षण अभियंता को निर्देशित किया कि उनकी तकनीकी टीम द्वारा पेयजल सप्लाई की स्थिति जा जायजा लिया जाए। संभागीय आयुक्त ने कहा कि जिला से लेकर ग्राम पंचायत स्तर के कार्यालयों के प्रवेश द्वार पर पानी की मटकी अथवा कैम्पर और डंडीदार लोटा रखवाया जाए। प्रत्येक सार्वजनिक स्थान पर पेयजल की व्यवस्था के लिए भामाशाहों को प्रेरित किया जाए। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर गर्मी के मौसम के मद्देनजर शेड अथवा टेंट अस्थाई रूप से लगाने के लिए टेंट एसोसिएशन के साथ बैठक करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि बस स्टेण्ड, रेलवे स्टेशन एवं अन्य स्थानों पर भी पेयजल और छाया की व्यवस्था हो। नगर निगम द्वारा आवश्यकता पडऩे पर सडक़ों पर पानी का छिडक़ाव किया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों की पानी की समस्त खेलियों को भरवाया जाए। क्षतिग्रस्त खेलियों को प्राथमिकता से दुरूस्त करवाया जाए। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। जिला मुख्यालय से लेकर निचले स्तर तक के कार्यालयों में लू और तापघात से बचाव के लिए डू एंड डोंट से जुड़ेे पोस्टर लगाए जाएं। संभागीय आयुक्त ने कहा कि सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से आमजन को लू से बचाव के लिए जागरुक किया जाए। नगर निगम द्वारा आगामी दिनों तक स्वच्छता वाहनों के माध्यम से इससे बचाव के ऑडियो संदेश चलाए जाएं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को अगले कुछ दिनों तक और अधिक गंभीरता रखने के निर्देश दिए। साथ ही मौसमी बीमारियों की रोकथाम के मद्देनजर सभी आवश्यक संसाधन सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि कार्यालयों और सामान्य स्थानों पर रखे गए परिंडों को नियमित साफ सुथरा रखा जाए, जिससे इनमें मच्छर पैदा नहीं हों।
बैठक में जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहन लाल, नगर निगम आयुक्त अशोक आसीजा, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त ओपी बिश्नोई, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.गुंजन सोनी, पीबीएम के कार्यवाहक अधीक्षक डॉ. डी के अग्रवाल, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. देवेन्द्र चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मोहित सिंह तंवर, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता राजेश पुरोहित, विद्युत निगम के अधीक्षण अभियता के के कस्वां, महामारी विशेषज्ञ नीलम प्रताप सिंह, डॉ. जितेन्द्र आचार्य सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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