बीकानेर: जाती-जाती सर्दी, स्वास्थ्य विभाग की उड़ी नींद, स्वाइन फ्लू के लगातार बढ़ रहे मरीज
बीकानेर अबतक. 19 फरवरी
बीकानेर। जाते-जाते सर्दी अपने पीछे बीमारियों को छोड़ती जा रही है। ऐसे में इस बदलाव के मौसम में स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। जाती-जाती सर्दी के इस मौसम में हर घर में खांसी, जुकाम, वायरल बुखार के साथ श्वांस संबंधी रोगों के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। उनमें से एक खास रोग है स्वाइन फ्लू। जिसने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है। बीकानेर में स्वाइन फ्लू के 13 नए पॉजिटिव केस सामने आए है। ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों ने घर-घर दस्तक देनी शुरू कर दी है। पॉजिटिव मरीज के आसपास के 50 घरों पर भी स्क्रीनिंग की। राहत की बात ये है कि इस दौरान इन्फ्लूएंजा लाइक इलनैस का कोई मरीज नहीं मिला।
पीबीएम हॉस्पिटल में शनिवार की शाम को स्वाइन फ्लू के एक ही दिन में 13 केस रिपोर्ट हुए थे। हालांकि यह सैंपल चार-पांच दिन पुराने थे, जिन्हें शनिवार को सुबह लगाया गया था। लेकिन इन सैंपल में नए वैरिएंट एच-3 एन-2 के भी तीन रोगी मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। रविवार छुट्टी होने के बावजूद सभी स्वास्थ्य कर्मी सुबह सीएमएचओ ऑफिस में जमा हुए। जिले के 12 केस पॉजिटिव होने के कारण 12 टीमें गठित कर उन्हें तत्काल रवाना किया गया। छत्तरगढ़, लूणकरणसर ह और खाजूवाला स्थित सीएचसी से टीमें भेजी गई।
स्वाइन फ्लू की 3 कैटेगरी, सी सबसे ज्यादा घातक
1 पहली कैटेगरी में स्वाइन के सिमटम माइल्ड होते हैं। सर्दी, खांसी, जुकाम, बदन में दर्द और हल्का बुखार रहता है।
2 दूसरी कैटेगरी में 100 डिग्री से ज्यादा बुखार, बदन में दर्ज, खांसी, जुकाम बढ़ जाता है।
3 तीसरी और सबसे ज्यादा गंभीर कैटेगरी में सांस लेने में तकलीफ होती है। बलगम में खून आने लगता है। बुखार 102 से ज्यादा रहता है।
स्वाइन फ्लू के जिले के सभी 12 मरीजों की स्क्रीनिंग कर ली गई है। सभी को दवाओं की किट भी दी गई है। उन्हें सात दिन तक आइसालोट रहने को कहा गया है। हालांकि वे सभी अब ठीक हैं। उनके परिवार और पास पड़ौस में कोई मरीज बीमार नहीं मिला।
डॉ. मोहम्मद अबरार पंवार, सीएमएचओ