
बीकानेर। राजस्थान का मौसम एकदम से बदल गया है और तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। नवंबर के आखिरी हफ्ते तक राज्य के न्यूनतम तापमान में गिरावट होती रहेगी। मौसम विशेषज्ञों ने बताया है कि 14 नवंबर से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के क्षेत्र में एक्टिव होने वाला एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस हुआ, जिससे वहां बारिश और हल्की बर्फबारी हो सकती है। इस सिस्टम के असर से उत्तरी और मध्य भारत में सर्दी बढऩे की संभावना है। राजस्थान में मौसम की स्थिति में बदलाव आया है, जहां तापमान में गिरावट के साथ-साथ आद्रता भी 50 से 100 फीसदी के बीच बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में सर्दी और कोहरे की स्थिति के कारण तापमान में गिरावट आ रही है, जिससे लोगों को ठंड का एहसास हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, नवंबर के आखिरी हफ्ते तक राजस्थान में न्यूनतम तापमान में गिरावट जारी रहेगी। राज्य के तापमान में लगभग तीन डिग्री तक की गिरावट दर्ज हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस साल दिसंबर और जनवरी में राजस्थान में कड़ाके की सर्दी पड़ेगी। राजस्थान के पांच शहरों में तापमान सिंगल डिजिट में पहुंच गया है, जिनमें सीकर, फतेहपुर, माउंट आबू, सिरोही और चूरू शामिल हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 18 नवंबर की रात को इन शहरों में तापमान क्रमश: 7.2, 7.5, 7.6, 9.6 और 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजस्थान में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है, जिसके चलते विभिन्न शहरों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, पिलानी और भीलवाड़ा में 11 डिग्री, अजमेर में 12.2 डिग्री, जालोर में 11.2 डिग्री और अन्य शहरों में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
बीकानेर में भी हालात ठीक नहीं
बढ़ती ठंड के साथ ही राजस्थान में प्रदूषण भी खतरे के स्तर को पार कर गया है। भिवाड़ी (खैरथल), करौली और बीकानेर में 300 से ज्यादा एक्यूआई दर्ज किया गया। बुधवार को भिवाड़ी का एक्यूआई 326 दर्ज किया गया। सोमवार को एक्यूआई 454 था। प्रदूषण नियंत्रण को लेकर कलेक्टर किशोर कुमार ने अधिकारियों के साथ बैठक कर ग्रेप-4 नियमों को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए। वायु प्रदूषण से हालात इतने खराब हुए हैं कि बीकानेर के स्कूलों में तो बच्चे मास्क लगाकर जा रहे हैं।